जालंधर(PMN): राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट करते हुए इस बात के संकेत दिए हैं कि अमेरिका चीन के साथ हर तरह के व्यापारिक संबंध खत्म करना चाहता है.
लद्दाख के गलवान घाटी (Galwan Valley) में पिछले दिनों भारत के 20 जवान शहीद हो गए. ऐसे में भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर माहौल गर्म है. पूरे मुद्दे को फिलहाल बातचीत के जरिये सुलझाने की कोशिश की जा रही है, हालांकि हमारी सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है. इस बीच अमेरिकी (America) ने कहा है कि गलवान घाटी में जो कुछ भी हुआ उसके लिए पूरी तरह से चीन जिम्मेदार है. अमेरिका ने साथ ही कहा है कि ऐसी हरकत कर चीन कोरोना वायरस से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है.
चीन की है गलती
बता दें कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो शक्रवार को चीन में थे. वहां उन्होंने चीन के बड़े राजनयीक यांग रेची से मुलाकात की. इस बैठक के बाद अमेरिकी अधिकारी डेविड स्टिलवेल ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘भारत-चीन सीमा पर इस तरह का गतिरोध पहले भी हुआ है जब साल 2015 में चीन के राष्ट्रपति सी जिनपिंग भारत के दौरे पर गए थे. चीन की सेना इस बार काफी अंदर तक घुस आई थी. उनकी संख्या भी ज्यादा थी. इससे पहले हमने ऐसे ही हालात डोकलाम में देखे
पोम्पिओ ने कहा था कि- हम चीन के साथ हालिया टकराव के बाद भारत के शहीदों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम सैनिकों के परिवारों, प्रियजनों और समुदायों को याद रखेंगे, क्योंकि वे दुखी हैं.
ट्रंप की चीन को धमकी
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी चीन को लेकर लगातार नाराज़गी दिखाते रहते हैं. उन्होंने गुरुवार को एक ट्वीट करते हुए इस बात के संकेत दिए हैं कि अमेरिका चीन के साथ हर तरह के व्यापारिक संबंध खत्म करना चाहता है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि- अमेरिका के पास चीन से पूरी तरह से अलग होने का विकल्प है. ट्रंप ने एक ट्वीट के से अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर द्वारा एक दिन पहले दिए गए बयान का खंडन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को अलग करना संभव नहीं होगा.