Punjab media news : जिले में 23-24 जनवरी को बूंदाबांदी की संभावना है। दो दिन बादल छाए रहेंगे। जबकि इसके बाद सामान्य तौर पर धूप निकलेगी और मौसम साफ होगा। बारिशों के बाद रात की सर्दी भी घटेगी। अब पूरी तरह से धुंध का असर खत्म होगा। इस बार गेहूं के लिए मौसम लाभप्रद रहा है। दिन की अति सर्दी के बाद दिन में खिल रही धूप के चलते इस बार गेहूं की फसल को खूब लाभ पहुंच रहा है। सिटी की हदों पर गेहूं के खेत लहलहा उठे हैं। हवा में प्रदूषण का लेवल भी खुले इलाकों में गिरा है। अभी जो सर्दी है, इसकी वजह हिमालय में हुई बर्फबारी है, लेकिन दिन में ऐसे ही धूप खिलती रहेगी, जिससे गेहूं को लाभ होगा।
पिछले साल मौसम में टेंपरेचर में हेरफेर के चलते गेहूं में दाना नहीं पनप सका था, जिससे 12 फीसदी तक प्रोडक्शन गिर गई थी। खेतीबाड़ी विभाग के किसान प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. नरेश गुलाटी ने कहा कि गेहूं की फसल अब तेजी से बढ़ रही है। इसे टेंपरेचर ऐसा चाहिए, जो 25 डिग्री से ज्यादा न हो। पिछले दिनों जो पाला भी पड़ा था, वो दिन में धूप निकलने से बेअसर हुअा। इस तरह अब रात की अति सर्दी के बाद दिन की धूप से फायदा हो रहा है। इस बार चिंता की बात नहीं है।
जनवरी में होती है बारिश, इस बार ज्यादा दिन सूखे रहे
हर साल जनवरी में बारिश होती है। इस बार अधिकतर दिन सूखे निकल गए। अब बूंदाबांदी के आसार बने हैं। डॉ. नरेश गुलाटी बताते हैं कि ये मौसम आलू व सब्जी की बाकी फसलों के लिए भी लाभप्रद है। बागबानी को भी ताजगी मिलेगी। रविवार को शाम 6 बजे एक्यूआई 123 रहा है। उस समय टेंपरेचर 14 डिग्री था। आम दिनों जहां जालंधर का सबसे शीर्ष प्रदूषण लेवल 192 तक चला गया था, अब वो कम होकर 157 पर आया है। बारिश होने पर और भी गिरेगा।