Punjab media news : पंजाब कांग्रेस की लीडरशिप में इन दिनों बेचैन है। कारण है पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का पटियाला सेंट्रल जेल से बाहर आना। क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सिद्धू को न केवल बड़ी जिम्मेदारी देने की बात कह चुके हैं, बल्कि श्रीनगर रैली में शामिल होने का न्योता भी दिया है।
यही कारण है कि पंजाब कांग्रेस में इन दिनों सबसे बड़ा मुद्दा असल कांग्रेसी कौन, यह बना है। नवजोत सिंह सिद्धू की 26 जनवरी को पटियाला सेंट्रल जेल से रिहाई तय मानी जा रही है। इसके चलते पारिवारिक सदस्यों के अलावा पंजाब कांग्रेस के कई नेता सिद्धू से मिलने पहुंच रहे हैं।
यह जगजाहिर है कि सिद्धू के पंजाब कांग्रेस में होने के दौरान पार्टी में दो धड़ बने रहे और अब भी यही तस्वीर सामने हैं। नतीजतन पुरानी लीडरशिप द्वारा यह सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि असल कांग्रेसी कौन है।
राहुल गांधी से कहा- पैराशूट लोगों को न उतारें
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग हों, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा या फिर सुखजिंदर सिंह रंधावा, सभी राहुल गांधी से पार्टी के मजबूत ढांचे के लिए पैराशूट की तर्ज पर बाहरी लोगों को पार्टी से दूर करने की बात कह चुके हैं। प्रताप सिंह बाजवा साल 2024 चुनाव में प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में राहुल गांधी को ही देखने की बात कह चुके हैं। इसके अलावा बाजवा समेत राजा वड़िंग और सुखजिंदर रंधावा पार्टी को नुकसान पहुंचा चुके बाहरी लोगों से बचने की हिदायत भी दे चुके हैं।
कैबिनेट में पुराने कांग्रेसी लीडरों को नहीं मिली जगह
नवजोत सिंह सिद्धू, परगट सिंह और मनप्रीत सिंह बादल के पंजाब कांग्रेस का हिस्सा बनने के बाद वह पंजाब कैबिनेट का हिस्सा भी रहे। इससे कांग्रेस के पुराने चेहरे कैबिनेट से दूर रहे और उनमें रोष भी देखा जाता रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा कांग्रेस से CM का पद छोड़ने और चन्नी के CM बनने के दौरान भी पंजाब कैबिनेट में परगट सिंह को जगह दी गई। पंजाब कांग्रेस के अंदर बाहरी लोगों को बड़ी जिम्मेदारी देने से आज भी रोष है।