Punjab media news : समूचे रूसी प्रशांत बेड़े को आकस्मिक अभ्यास के लिए शुक्रवार को हाई अलर्ट पर रखा गया है जिसमें यूक्रेन में लड़ाई को लेकर पश्चिम के साथ तनाव के बीच बड़े पैमाने पर अभ्यास मिसाइल प्रक्षेपण शामिल होंगे. रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि युद्धाभ्यास का लक्ष्य आक्रामकता का जवाब देने के लिए रूस के सशस्त्र बलों की क्षमता का परीक्षण करना है. शोइगु ने कहा कि मिसाइल प्रक्षेपण के साथ, अभ्यास में प्रशांत बेड़े की हवाई शाखा के अलावा परमाणु सक्षम रणनीतिक बमवर्षक और अन्य युद्धक विमान भी शामिल होंगे.
रूसी सेना ने यूक्रेन में अग्रिम पंक्ति में अपनी सेना के बड़े हिस्से को तैनात किया है, लेकिन अपनी सेना को प्रशिक्षित करने और उनकी तत्परता प्रदर्शित करने के लिए उसने पूरे देश में नियमित अभ्यास भी जारी रखा है. शोइगु ने कहा कि शुक्रवार के युद्धाभ्यास के परिदृश्य में सखालिन द्वीप और दक्षिणी कुरील द्वीप समूह पर दुश्मन के उतरने के प्रयास पर प्रतिक्रिया की परिकल्पना की गई है.
परमाणु मिसाइलों के साथ भी अभ्यास कर चुका है रूस
इससे पहले रूसी सेना ने करीब दो सप्ताह पहले अपने रणनीतिक मिसाइल बल के लिए अभ्यास आयोजित किया था जिसके तहत देश की व्यापक परमाणु क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए साइबेरिया में मोबाइल लॉन्चर्स तैनात किये गये. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस अभ्यास के तहत साइबेरिया के तीन क्षेत्रों में ‘यार्स मोबाइल मिसाइल लॉन्चर्स’ की गतिविधियों को अंजाम दिया जायेगा. मंत्रालय ने कहा कि इस गतिविधि में विदेशी खुफिया एजेंसी से तैनाती को छिपाने के लिए उठाये जाने वाले कदम शामिल हैं.
रक्षा मंत्रालय ने किसी अभ्यास को शुरू करने की किसी योजना का उल्लेख नहीं किया है. यार्स एक परमाणु आयुद्ध वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता करीब 11 हजार किलोमीटर तक है. यह मिसाइल रूस के ‘रणनीतिक मिसाइल बल’ की ‘रीढ़ की हड्डी’ समझी जाती है.
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी वीडियो में दिखाया गया था कि बड़ी संख्या में ट्रक मिसाइल को ले जा रहे हैं. मंत्रालय के मुताबिक पूर्वी साइबेरिया में इस गतिविधि में करीब 300 वाहन और 3000 सैनिक शामिल हुए.