Punjab media news : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान के चयन में लिफाफा कल्चर का विरोध करने वाली पूर्व SGPC अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने नई धार्मिक संस्था ‘शिरोमणि अकाली पंथ’ के गठन की घोषणा कर दी है। कपूरथला के कस्बा बेगोवाल में संत प्रेम सिंह मुराले वालों के 73वें तीन दिवसीय वार्षिक समारोह के अंतिम दिन शनिवार को बीबी जागीर कौर ने मंच से नई कमेटी की घोषणा की। जिसे मौजूद संगत ने भी ‘बोले सो निहाल’ के जयघोष के साथ सहमति दी है।
बीबी जागीर कौर ने संगत को संबोधित करते हुए कहा कि सिख धर्म की संस्थाओं को एकमंच पर आने की जरूरत उस समय से महसूस हो रही थी, जब नवंबर 2022 में उन्होंने SGPC चुनाव के दौरान लिफाफा कल्चर को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि आज वह संत प्रेम सिंह जी के इस पवित्र स्थान से प्रण लेती हैं कि जब तक उनकी सांसें चलेंगी, तब तक हर सांस के साथ सिख सिद्धांतों पर पहरा दिया जाएगा।
SGPC का स्वतंत्र व पंथक रुतबा बहाल कराना लक्ष्य
उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी को सिख कौम व पंथ की पुरातन शान को बहाल करवाने और खालसा पंथ की चढ़दी कला के लिए अपना योगदान डालना होगा। उन्होंने कहा कि सिख कौम के सामने पेश किए गए इस पंथक एजेंडे में सिख जगत की सबसे सिरमौर संस्था SGPC का स्वतंत्र, खुदमुख्तियार व पंथक रुतबा बहाल करना सबसे पहला लक्ष्य होगा।
शिरोमणि कमेटी की प्रतिनिधित्व जत्थेबंदी
जब से SGPC अस्तित्व में आई है, तब से अब तक कमेटी ही धार्मिक, सियासी व सामाजिक क्षेत्र में सिख पंथ की अगुवाई करती आई है। लेकिन, पिछले कुछ दशकों से SGPC की इस आजाद, खुदमुख्तियार व पंथक हस्ती को जबरदस्त चोट लगती आ रही है। उन्होंने कहा कि सिख पंथ से उनका पहला वादा है कि जत्थेबंदी को मजबूत करके SGPC जैसी इस महान संस्था को आजाद करवाया जाए।