Punjab media news : साल 2015 के बरगाड़ी बेअदबी मामले व उससे जुड़ी बहिबल कलां व कोटकपूरा गोलीकांड की घटनाओं में ठोस कार्रवाई की मांग को लेकर 5 फरवरी से गांव बहिबल कलां में अमृतसर बठिंडा नेशनल हाईवे जाम करके बैठे इंसाफ मोर्चे के नेताओं को एक बार फिर राज्य सरकार ने मना लिया है। उन्हें 28 फरवरी तक जांच पूरी करके अदालत में चार्जशीट दाखिल करने का भरोसा दिया है। इस मामले में शुक्रवार दोपहर को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने टवीट करके इंसाफ मोर्चे को जाम खोलने की अपील की थी और शाम के समय कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने धरना स्थल पर पहुंच कर करीब एक घंटे तक धरनाकारियों के साथ बातचीत करके सहमति बनाई। सरकार के भरोसे के बाद इंसाफ मोर्चे ने हाईवे के एक तरफ के रास्ते को खोल दिया है जिससे यातायात बहाल हो गया है।
बहिबल कलां में 16 दिसंबर 2021 से ही बेअदबी इंसाफ मोर्चे के रूप में धरना चल रहा है और यहां पर समय समय पर राज्य सरकार के प्रतिनिधि आकर भरोसा देते रहे है लेकिन कोई कार्रवाई न किए जाने के रोष स्वरूप मोर्चे ने 5 फरवरी को नेशनल हाईवे के दोनों रास्ते जाम कर दिए थे। मोर्चे की मांग है कि राज्य सरकार इन घटनाओं की जांच मुक्कमल करके अदालत में चार्जशीट दाखिल करें ताकि आरोपियों के खिलाफ ट्रायल शुरू हो सके।
सीएम भगवंत मान ने भी ट्वीट करके इंसाफ मोर्चे से अपील करते हुए कार्रवाई का भरोसा दिया था और शाम के समय कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल खुद ही धरनाकारियों से मिलने पहुंच गए। इस मौके पर कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि जाम के कारण लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए वह मोर्चे के नेताओं को निवेदन करने आए थे और उनके निवेदन को स्वीकार करके मोर्चे ने एक रास्ता खोलने पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि इस माह के अंत तक सरकार ने मसले को हल करने का भरोसा दिया है ताकि सभी के मन को शांति मिल सके। इस मौके पर मोर्चे के नेता सुखराज सिंह ने कहा कि संगत के फैसले के मुताबिक ही पहले जाम किया था और आज भी संगत ने ही फैसला किया है। इस वार्तालाप के दौरान क्षेत्र की करीब 15 पंचायतों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे जिन्होंने दोनों पक्षों से लोगों की मुश्किलों से अवगत करवाया था। सहमति के बाद पंचायतों ने ऐलान किया है कि यदि सरकार ने 28 फरवरी तक मसला हल ना किया तो वह भी मोर्चे के साथ कंधे के साथ कंधे मिलाकर संघर्ष करेंगे।