Punjab media news : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली कैबिनेट ने राज्य की जेलों में बंद 5 कैदियों की रिहाई को मंजूरी तो दे दी, लेकिन इनमें कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का नाम शामिल नहीं है. अब तय माना जा रहा है कि सिद्धू को अपनी सजा पूरी करनी ही होगी. इस हिसाब से नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई आगामी अप्रैल महीने में ही होगी. गौरतलब है कि सिद्धू को 34 साल पुराने रोडरेज केस में 19 मई, 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने 1 साल के कारावास की सजा दी थी. हालांकि, नियमों के मुताबिक सिद्धू अप्रैल में ही रिहा हो जाएंगे.
पंजाब की जलों में बंद इन 5 कैदियों को मिली रिहाई
अमृत महोत्सव योजना के तहत जिन 5 कैदियों की रिहाई को मंजूरी दी गई है, उनमें पहले तीन में लखवीर सिंह (सेंट्रल जेल फरीदकोट), रविंदर सिंह (सेंट्रल जेल अमृतसर) और तसप्रीत सिंह (सेंट्रल जेल लुधियाना) शामिल हैं. अन्य दो जिनकी समयपूर्व रिहाई को मंजूरी दी गई है, उनमें अनिरुद्ध मंडल और शंभू मंडल शामिल हैं, दोनों लुधियाना जेल में बंद हैं. दोनों ने कथित तौर पर अपनी सजा पूरी कर ली है, लेकिन उनकी अवधि बढ़ा दी गई थी, क्योंकि वे आर्थिक तंगी के कारण उन पर लगाए गए जुर्माने को जमा नहीं कर पाए थे.
सिद्धू की 26 जनवरी को रिहाई की लग थीं अटकलेंपंजाब कैबिनेट ने औपचारिक रूप से अपने एजेंडे में केंद्र सरकार की अमृत महोत्सव योजना के तहत नवजोत सिंह सिद्धू का नाम शामिल नहीं किया था. दिसंबर से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि 26 जनवरी, 2022 को रिहा किए जाने वाले कैदियों में नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल होंगे. वह फिलहाल पटियाला जेल में अपनी सजा काट रहे हैं. जनवरी में कैबिनेट फेरबदल के बाद जब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जेल विभाग अपने हाथों में ले लिया तो सिद्धू की रिहाई के कयासों का बाजार और भी गर्म हो गया था. अमृत महोत्सव योजना के तहत 8 कैदियों के नाम की सिफारिश करने के लिए एक मामला तैयार करने के बाद, सिद्धू को रिहा किए जाने की अफवाहों ने फिर से जोर पकड़ लिया था.