Punjab media news : पंजाब सरकार ने प्रदेश के 12710 कच्चे टीचरों को पक्कर किया है। CM भगवंत मान ने खुद टीचरों को उनके रेगुलराइजेशन संबंधी नियुक्ति पत्र बांटे थे, लेकिन पंजाब कांग्रेस ने राज्य सरकार के इस कदम को कच्चे टीचरों को गुमराह करने वाला करार दिया है।
बदलाव का अनोखा कारनामा बताया गया
पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि रेगुलर किए टीचरों को सभी भत्तों और अन्य लाभ से वंचित रखा गया है। राजा वड़िंग ने इसे आप का बदलाव करने का अनोखा कारनामा बताया।
विधायक खैहरा ने कहा कि पॉलिसी रेगुलर किए गए अध्यापकों को एसोसिएट टीचर नामित करती है, लेकिन कहीं भी यह नहीं बताया गया कि उन्हें पूर्ण वेतन TA-DA, पेंशन लाभ आदि के लिए EPF की चिकित्सा भत्ता कटौती के साथ नियमित किया गया है या फिर राज्य वेतन आयोग की नीति के तहत कवर किया गया है।
उन्होंने नीति के अनुसार पदोन्नति के लिए भी कोई मानदंड स्पष्ट नहीं होने की बात कही।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष वड़िंग का ट्वीट
पे-ग्रेड कोई नहीं।
सालाना तरक्की- कोई नहीं।
मेडिकल भत्ता- कोई नहीं।
मकान भत्ता- कोई नहीं।
महंगाई भत्ता- कोई नहीं
मोबाइल भत्ता- कोई नहीं।
मेडिकल रिबरसमेंट- कोई नहीं।
LTC- कोई नहीं।
GIC- कोई नहीं।
लीव कैशमेंट- कोई नहीं।
एक्सग्रेशिया- कोई नहीं।
ग्रैचुइटी- कोई नहीं।
लेकिन टीचर रेगुलर….
पंजाब सरकार ने 12710 टीचर किए रेगुलर
CM पंजाब भगवंत मान ने बीते कल ही पंजाब के 12710 कच्चे टीचरों की सेवाएं स्थायी (रेगुलर) करने का ऐलान किया। सर्विस प्रोवाइडर/टीचरों को नियुक्ति पत्र भी दिए। उन्होंने कहा कि अब टीचरों को 3 गुणा वेतन मिलेगा। पहले 3500 रुपए वेतनमान लेने वाले टीचर की तनख्वाह 15 हजार, 6 हजार वेतनमान वाले की 18 हजार, 11 हजार वेतनमान वाले की 22 हजार रुपए और 12 हजार वेतनमान वाले की सैलरी 24 हजार रुपए की गई है।