Punjab media news : पंजाब में जालंधर उप चुनाव में आजाद उम्मीदवार नीटू शटरांवाला खूब फुट-फुट कर रोया। नीटू शटरांवाला को लोक सभा उप चुनाव में 3 हजार के करीब वोट मिली है। नीटू ने कहा कि आज एक बार फिर उसका दिल लोगों ने तोड़ दिया है। उसे पूरी उम्मीद थी कि वह जीत हासिल करेगा। जीत की खुशी में उसने 11 किलो लड्डू भी बनवाकर तैयार रखे थे लेकिन उसका लड्डू धरे रह गए।
बता दें नीटू शटरांवाला पंजाब में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी है। नीटू शटरां वाला ने शक्तिमान की ड्रेस पहन जालंधर के लोगों को आकर्षित करने के लिए खूब मेहनत भी की। नीटू ने अपने पुराने मोटरसाइकिल की टंकी पर एम्पलीफायर और माइक लगाया, आगे बड़ा सा पुराना स्पीकर लगाकर खुद ही अपना प्रचार किया था। चुनाव आयोग ने नीटू शटरां वाला को बतौर आजाद प्रत्याशी खड़े होने पर ऑटो रिक्शा चुना चिन्ह दिया था।
हर बार जमानत होती जब्त
अपनी कॉमेडी लेकर चर्चा में रहने वाला नीटू शटरां वाला हर बार चुनाव में खड़ा होता है और हर बार जमानत गंवाकर बुरी तरह हारता है। लेकिन फिर भी चाहे नगर निगम का चुनाव हो या फिर विधानसभा या लोकसभा का चुनाव, सभी में अपनी नॉमिनेशन फाइल करता है।
कौन है नीटू शटरां वाला?
नीटू शटरां वाला असल में जालंधर का लोहे का एक मामूली कारीगर है। लगभग पांच साल पहले वह गणतंत्र दिवस पर बमनुमा एक संदिग्ध चीज हाथ लगने के बाद चर्चा में आया था। अब शहर का शायद ही कोई कोना-कोई दीवार होगी, जहां कहीं नीटू शटरां वाला लिखा न मिल जाए।
यह थी आंसू लाने वाली कहानी नीटू शटरां वाला मई 2019 में लोकसभा चुनाव में जालंधर सीट से आजाद उम्मीदवार था। 23 मई को वोट काउंटिंग हो रही थी तो ठीक शाम 4 बजे नीटू सरेआम फूट-फूटकर रो पड़ा। दरअसल, 3 बजकर 45 मिनट तक नीटू के खाते में सिर्फ 840 वोट ही आए थे। आंखों में आंसू लिए नीटू ने कहा था, ‘उसके मोहल्ले के लोगों ने माता चिंतपूर्णी की कसम खाकर इन्हें वोट करने की बात कही थी। इसके अलावा इसके खुद के परिवार के 9 वोट हैं। नीटू के होश तो उस वक्त उड़ गए, जब परिवार के वोट भी पूरे नहीं मिले। चेकिंग कराने पर नीटू को पता चला कि उसके परिवार के कुल 9 में से उसे 5 वोट ही आए हैं, बाकी 4 वोट कहां किसके खाते में गए, कुछ पता नहीं।