Punjab media news : लोकसभा चुनाव से पहले जहां डेरा सच्चखंड बल्लां में श्री गुरु रविदास महाराज जी की बाणी के अध्ययन सेंटर के लिए 25 करोड़ रुपए की ग्रांट जारी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, वहीं पंजाब सरकार ने नगर निगम चुनाव से पहले हलका वेस्ट, सेंट्रल, करतारपुर और नकोदर के लिए 2.37 करोड़ रुपए जारी कर दिए है।
दिशा निर्देश जारी:निगम चुनाव से पहले 4 हलकों को 2.37 करोड़ जारी, सेंट्रल हलके की ग्रांट में कटौती, सोसायटियों को पैसा नहीं मिलेगा
जालंधर4 घंटे पहलेलेखक: प्रभमीत सिंह
लोकसभा चुनाव से पहले जहां डेरा सच्चखंड बल्लां में श्री गुरु रविदास महाराज जी की बाणी के अध्ययन सेंटर के लिए 25 करोड़ रुपए की ग्रांट जारी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, वहीं पंजाब सरकार ने नगर निगम चुनाव से पहले हलका वेस्ट, सेंट्रल, करतारपुर और नकोदर के लिए 2.37 करोड़ रुपए जारी कर दिए है।
खास बात यह है कि ‘आप’ सरकार बनने के बाद पहली बार विधायकों को जारी हुई ग्रांट में जालंधर सेंट्रल हलके में आने वाली ग्रांट में करीब 15 लाख की कटौती की गई है। इसके अलावा बाकी सभी हलकों में होने वाले कार्यों को लेकर पैसा जारी हो चुका है।
वहीं, इस बार विकास कार्यों के लिए जारी हुए पैसे के इस्तेमाल को लेकर सरकार द्वारा खास दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इनमें मुख्य रूप से 9 बिंदुओं के लिए गाइडलाइंस तय की गई हैं और सरकार ने उसी के मुताबिक ग्रांट का पैसा खर्च करने की हिदायत भी दी है।
60 लाख के घोटाले के बाद फैसला- संगठन पैसा नहीं निकलवा पाएंगे, काम सरकारी एजेंसी ही करेगी
पंजाब निर्माण प्रोग्राम के तहत पिछले साल कांग्रेस सरकार के समय में जारी हुई ग्रांट के मामले में जालंधर नॉर्थ के एरिया में 60 लाख रुपए का गबन होने की बात सामने आने के बाद प्रशासन द्वारा जांच की गई और सोसायटी सदस्यों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था।
जिसे इस बार मुख्य रखते सरकार ने सोसायटियों को जारी होने करने वाले पैसे के प्रस्ताव को रद करते हुए पैसा जारी नहीं किया है। विभागीय जानकार बताते है सरकार धार्मिक संस्थाओं और सोसायटियों को ग्रांट जारी नहीं करेगी।
हालांकि इसके लिए सरकार अपने स्तर पर सोसायटियों की जांच करवाने के बाद ही कोई पैसा रिलीज करेगी। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद विधायकों को पहली बार जारी हुई ग्रांट में सरकार ने निर्देश देते हुए कहा कि ग्रांट का कोई भी पैसा कोई निजी संगठन खुद नहीं निकलवा पाएगा।
पैसा सरकारी अधिकारी या अथॉरिटी की देखरेख में ही खर्च किया जाएगा। इसके अलावा ग्रांट के पैसों के जरिये होने वाले काम केवल सरकारी एजेंसी की तरफ से किए जाएंगे। कोई भी प्राइवेट एजेंसी काम नहीं कर सकेगी।
ये नियम मानने होंगे
संबंधित विभाग और कार्यकारी एजेंसी की जिम्मेदारी होगी कि खजाने से जरूरत के अनुसार ही राशि निकलवाए।
राशि के कवल उसी काम के लिए जारी होगी, जिस काम के लिए पैसा आया है।
खर्चे को मिलान पंजाब सरकार का सरकारी दफ्तर ही करेगा।
संबंधित विभाग, कार्यकारी एजेंसी से रिलीज किए गए फंड के यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेशन जल्द से जल्द जमा करवाएंगे।
खजाने से निकलवाई गई राशि के डीसी बिल वित्त विभाग की हिदायतों के अनुसार समय समय पर जमा करवाने होंगे।
योजना के संबंधित पूरी रिपोर्ट संबंधित विभाग के चंडीगढ़ दफ्तर में जमा करवानी होगी।
हलका जालंधर वेस्ट में खर्च होंगे 63 लाख
वाटर पाइप लाइन के लिए 10 लाख }सीवरेज लाइन के लिए 10 लाख
पाइप की सुपर सक्शन मशीन के जरिये सफाई के लिए 10 लाख
भार्गव कैंप में गली के निर्माण के लिए 10 लाख
बस्ती दानिशमंदां में गली के निर्माण के लिए 10 लाख
बावा खेल में गली के निर्माण के लिए 10 लाख
पार्क की रिपेयर और रखरखाव के लिए 3 लाख मिले हैं।
हलका जालंधर सेंट्रल में खर्च होंगे 48.41 लाख
सिटी जोन (स्ट्रीट लाइटें) 4.90 लाख }रामामंडी जोन (स्ट्रीट लाइटें) 4.90 लाख
शौर्या ग्रीन सोसायटी वार्ड-17 (आरएमसी वर्क) 4.95 लाख }कमल विहार वार्ड-17 (साइडिनिंग ऑफ पोल्स) 2.70 लाख
जालंधर सेंट्रल एरिया (जिम्स सेट्स इन गार्डन) 5 लाख }महाराजा रंजीत सिंह एवेन्यू वार्ड-56 में वाटर सप्लाई और सीवरेज पाइपों के लिए 10 लाख
वार्ड-14 में आरएमसी वर्क गुरु नानक पुरा इस्ट एडजॉइनिंग रेलवे फाटक के लिए 5 लाख
अहित विहार वार्ड-10 (पार्कों की डेवलपमेंट) 5 लाख
नंगल शामा वार्ड-8 (इंटरलाॅकिंग टाइलें) 4 लाख }वार्ड-8 में आरएमसी वर्क यूनिवर्सिटी एनक्लेव के लिए 1.96 लाख रुपए रखे गए हैं। इसी तरह हलका नकोदर और करतारपुर के लिए फंड जारी किया गया है।