Punjab media news : दिल्ली में महापौर और उप महापौर चुनाव के बाद स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव भी आज होने हैं। यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं कि छह पदों के लिए भाजपा ने जहां तीन प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP, आप) ने चार प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। ऐसे में महापौर के साथ ही उप महापौर पद और स्थायी समिति के सदस्यों के लिए चुनाव होने की स्थिति में भाजपा और आप दोनों की तरफ से क्रॉस वोटिंग के आसार हैं।
सूत्रों का दावा है कि दोनों दलों के नेता एक-दूसरे दल के पार्षदों के संपर्क में हैं और अपने प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कराने की कोशिश में भी जुटे हुए हैं।
बुधवार को स्थायी समिति के छह सदस्यों के लिए होने वाले चुनाव में अगर, भाजपा द्वारा उतारे गए तीनों प्रत्याशी सदन में जीत जाते हैं तो भाजपा स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाने की लड़ाई में आ जाएगी। अभी तक महापौर चुनाव कराने को लेकर चल रही खींचतान के पीछे भी स्थायी समिति ही वजह थी।
भाजपा को यह आशंका थी कि महापौर का चुनाव हुआ तो आप का महापौर बनने के बाद हंगामे की वजह से स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव ही न हो। इससे स्थायी समिति के गठन का मामला लटक सकता है, इसलिए भाजपा के पार्षद बार-बार सदन में हंगामा कर रहे थे और बैठक स्थगित भी हो रही थी।
स्थायी समिति निगम के वित्तीय निर्णय लेने के लिए सबसे मजबूत कमेटी होती है। अगर, 250 में से 134 सीट जीतने के बाद भी आप स्थायी समिति का चेयरमैन अपना नहीं बना पाई तो उसके लिए योजनाओं ओर नीतियों को लागू करना बहुत कठिन होगा, क्योंकि यही समिति है जो योजनाओं ओर परियोजनाओं से संबंधित निर्णय लेती है। ऐसे में भाजपा और आप इसपर कब्जे की पूरी कोशिश में लगे हुए हैं।
स्थायी समिति में कब्जे के लिए चाहिए 10 वोट
स्थायी समिति में 12 सदस्य तो 12 जोन से आते हैं, जबकि छह सदस्य सदन से चुनकर आते हैं। ऐसे में, स्थायी समिति के अध्यक्ष पद पर कब्जा करने के लिए कुल 18 में दस सदस्य चाहिए। वर्तमान में भाजपा के पास पांच जोन में पूर्ण बहुमत है, जबकि नरेला जोन में बराबर का मुकाबला है और मध्य जोन में कांग्रेस ने समर्थन दिया तो यह जोन भी भाजपा जीत सकती है।
ऐसे में जोन से भाजपा को सात सदस्य मिलने की उम्मीद हैं, जबकि तीन सदस्य भाजपा सदन से जिताना चाहती है। ऐसे में दस सदस्यों के साथ भाजपा स्थायी समिति पर कब्जा करना चाहती है। एल्डरमैन वार्ड समिति में अध्यक्ष से लेकर उपाध्यक्ष और स्थायी समिति के सदस्य के लिए वोट कर सकते हैं, लेकिन उन्हें निगम सदन में स्थायी समिति के सदस्य के चुनाव में वोट देने का अधिकार नहीं है।
सदन की तैयारियां पूरी
महापौर चुनाव के लिए फिर से सदन की बैठक के लिए निगम की तैयारी पूरी हो गई है। सदन और सिविक सेंटर को फूलों से सजाया जा रहा है। बैठक सुबह 11 बजे शुरू होगी। पार्षदों के वाहन को अधिकृत स्टीकर के माध्यम से ही निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में प्रवेश मिलेगा। साथ ही पूर्व की तरह कार्यकर्ताओं के लिए सिविक सेंटर के ए ब्लाक भूतल पर स्क्रीन लगाई गई है।