Punjab media news : 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में दंगों के दौरान मारे गए सिखों के मामले में CBI ने पूर्व कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इस मामले में अकाली दल की नेता व सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।
हरिसमरत कौर बादल ने ट्वीट कर कहा- टाइटलर चार्जशीट ने 1984 के काले रहस्यों का खुलासा किया, निर्दोष सिखों के घावों को उजागर किया, जहां अभी भी खून बह रहा है। इंडियन नेशनल कांग्रेस पंजाब के रूप में कैसी होगी? नेताओं, पीड़ितों के लिए न्याय की दिशा में काम करते हैं? हम उस पार्टी पर कैसे भरोसा कर सकते हैं, जो खुद को जवाबदेह ठहराने में विफल रहती है?
गौरतलब है कि 1984 दंगों के आरोपी कई नेता जगदीश टाइटलर व कमलनाथ को कांग्रेस सरकार के समय क्लीन चिट दी गई थी, लेकिन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में रहते हुए उन्होंने CBI से इस मामले में दोबारा जांच के लिए कहा था। CBI ने इस मामले में मुख्य गवाह बीबी हरपाल कौर के मार्च महीने में बयान दर्ज किए थे।
बीते महीने जगदीश टाइटलर की आवाज का लिया था सैंपल
जगदीश टाइटलर को CBI ने 11 अप्रैल को ऑफिस बुलाकर आवाज को रिकॉर्ड किया था। टाइटलर पर आरोप है कि 1984 में दिल्ली में पुल बंगश इलाके में हुई हिंसा में उनका भी हाथ है। जिसमें तीन लोग मारे गए थे। आरोप है कि उन्होंने पीड़ितों की हत्या करने वाली भीड़ को उकसाया था।
इंदिरा गांधी की हत्या के बाद शुरू हुई थी हिंसा
31 अक्टूबर 1984 को देश की तात्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिख बॉडी गार्डों द्वारा हत्या कर दी गई थी। जिसके विरोध में कांग्रेस समर्थकों और इंदिरा गांधी के प्रति आस्था रखने वाले लोगों ने सिखों को ढूंढ-ढूंढकर मारना शुरू कर दिया था। दिल्ली में सिखों को टारगेट करके हिंसा की गई। सिख पुरुषों के गले में जलते टायर या केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया गया था।
इस मामले में सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और कमल नाथ को आरोपी बनाया गया था, लेकिन कांग्रेस सरकार के समय जगदीश टाइटलर व कमल नाथ को क्लीन चिट दे दी गई थी। जिसके बाद से ही सिखों में इस कदम को लेकर आक्रोश था।