Punjab media news : जीएसटी विभाग की टीम ने कपूरथला चौक के पास कॉमर्शियल कांप्लेक्स की ब्रॉडवे ऑवरसीज का रिकॉर्ड जांचा है। इस फर्म की टर्नओवर करीब एक करोड़ रुपए है। जीएसटी के 3 ईटीओ और इंसपेक्टरों सहित 15 लोगों की टीम ने सोमवार की दोपहर फर्म के ऑफिस में दबिश दी है। एईटीसी शुभी आंगरा के आदेश पर कार्रवाई की गई है। टीम ने फर्म के कारोबार, कमाई, सेवाओं के तौर तरीकों, टैक्स रिटर्न के साथ बिजनेस डाक्यूमेंट्स की तुलना की है। करीब 3 घंटे टीम फर्म के ऑफिस में रही। अब अगर फर्म की टैक्स रिटर्न में दी जानकारी से ज्यादा कारोबार का पता चलता है तो बढ़ा हुआ टैक्स वसूलने के लिए टैक्स डिमांड नोटिस जारी होगा।
जीएसटी विभाग की टीमें हर हफ्ते सिटी के अलग-अलग इलाकों में दबिश देकर सर्वे कर रही हैं ताकि टैक्स कलेक्शन बढ़ाई जा सके। सोमवार को तीन ईटीओ पवन कुमार, मनवीर बुट्टर और गुरजीत सिंह और बाकी स्टाफ पहुंचा था। उन्होंने सारे तथ्य जुटाने के लिए सर्वेक्षण किया है। करदाता के पास विभाग के टैक्स डिमांड नोटिस को अपीलेंट अथॉरिटी में चुनौती देने का अधिकार होता है। उधर, टैक्सेशन विभाग के जानकार बताते हैं कि इमीग्रेशन कंपनियों के सर्वेक्षण की मुख्य वजह इस बात का अंदेशा है कि वह रकम का बड़ा हिस्सा बगैर बैंकिंग ट्रांजेक्शन के लेते हैं।
इससे कमाई का बड़ा हिस्सा छिपा लेते हैं, इसका पूरा टैक्स नहीं देते। ओवरसीज एजुकेशन से जुड़े लोग जो सर्विस फीस लेते हैं, उनकी रसीद पर फीस की रकम नाॅमिनल दर्ज की जाती है जबकि बाकी मोटी रकमें सीधे जेब में डाल ली जाती हैं। इस तरीके से इनकम टैक्स की चोरी भी हो जाती है। फिलहाल जो सर्वेक्षण हो रहे हैं, पूरी जांच पड़ताल के बाद टैक्स जमा कराने में की गई गड़बड़ियां साफ होंगी।