Punjab media news : सांसद संतोख चौधरी के निधन के बाद खाली हुई जालंधर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए चुनावी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रथम चरण में 13 अप्रैल से शुरू हुई नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 20 अप्रैल को समाप्त हो गई थी। जालंधर में विभिन्न राष्ट्रीय, क्षेत्रीय दलों के अलावा आजाद के तौर पर कुल 31 लोगों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे।
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद 21 अप्रैल को छंटनी का दौर चला। इनमें कवरिंग कैंडिडेट समेत 7 लोगों के नामांकन पत्र रद किए गए। अब 24 नामांकन पत्र चुनाव अधिकारी के पास हैं। आज नामांकन पत्र वापस लेने के लिए समय रखा गया है। इसके बाद शाम तक पूरी पिक्चर साफ हो जाएगी कि चुनावी रण में कितने योद्धा बचेंगे।
ईसाइयों की पार्टी ने नामांकन ही नहीं भरा
जालंधर लोकसभा उपचुनाव में ईसाइयों ने भी अपनी चुनावी पार्टी यूनाइटेड पंजाब मैदान में उतारी थी, लेकिन चुनावी दंगल में लड़ने से पहले ही पार्टी ने सरेंडर कर दिया। ईसाई समुदाय की सरकार में सुनवाई न होने से आजिज आकर बनाई गई पार्टी ने सत्ताधारी दल से समझौता कर लिया और अपने प्रत्याशी का नामांकन पत्र ही दाखिल नहीं करवाया।
इसी तरह से आज नामांकन पत्र वापसी के समय बेशक राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के नेता अपना नाम वापस नहीं लेंगे, लेकिन कुछ आजाद प्रत्याशी दूसरे दलों के समर्थन में अपना नाम वापस ले सकते हैं। खैर शाम तक सारी तस्वीर साफ हो जाएगी।