Punjab media news : जालंधर नगर निगम के चुनाव अभी तय होने हैं, लेकिन उससे पहले होम वर्क पूरा होने का नाम नहीं ले रहा है। बड़ी मुश्किल से वार्डबंदी का काम पूरा हुआ था और नोटिफिकेशन तक पहुंचा था लेकिन अब यह फिर से लटक गया है। स्थानीय निकाय विभाग का मंत्रालय संभालते ही करतारपुर के विधायक बलकार सिंह ने वार्डबंदी का नोटिफिकेशन रोक दिया है।
वार्डबंदी का नोटिफिकेशन सांसद सुशील रिंकू की आपत्ति के बाद रोका गया है। क्योंकि नई वार्डबंदी में बहुत सारी उथल-पुथल हुई थी और कई पार्षदों के इलाके बदल गए थे। इनमें से बहुत सारे कांग्रेस के पार्षद वो थे जो रिंकू के आम आदमी पार्टी में शामिल होते ही उनके साथ पासा पलट गए थे।
पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं
नई वार्डबंदी का जो ड्राफ्ट तैयार हुआ था उसमें शहर के सेंट्रल हल्के से विधायक रमन अरोड़ा और जालंधर वेस्ट से विधायक शीतल अंगुराल ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी। शहर में नए क्षेत्र जुड़ने के बाद 80 से 85 हुए वार्डों के बाद जो तोड़फोड़ हुई वह सब अपने अनुसार करवाई थी, लेकिन यह सुशील रिंकू को रास नहीं आई।
अपने कई चहेतों के वार्डबंदी में एरिया कट जाने पर उन्होंने आपत्ति जताई थी। नए वार्डबंदी ड्राफ्ट की कॉपी लीक हो जाने के बाद पूर्व कांग्रेस पार्षद जो अब रिंकू के साथ सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी का हिस्सा हैं ने अपने सांसद के समक्ष इसका विरोध किया था। जिस पर रिंकू ने डिलिटेशन बोर्ड से पास हो चुके वार्डबंदी के ड्राफ्ट को रोकने के लिए कहा था।
अब रिंकू और मंत्री बलकार तय करेंगे वार्ड
शहर में नई वार्डबंदी की अधिसूचना रुक जाने के बाद अब नई वार्डबंदी सांसद सुशील रिंकू और स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह तय करेंगे। नई वार्डबंदी के मुताबिक जालंधर कैंट में 4 नए वार्ड जोड़े गए हैं, जबकि सेंट्रल हलके में 1 नया वार्ड जुड़ा है। अब ड्राफ्ट में संशोधन के बाद नई नोटिफिकेशन जारी होगी।
अगस्त तक हो सकते हैं चुनाव
नई वार्डबंदी की दोबारा नोटिफिकेशन के बाद अब जालंधर में चुनाव का सिलसिला अगस्त तक जा सकता है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अब नए सिरे से वार्डबंदी होने और नोटिफिकेशन के लिए समय लगेगा। जून महीना इसी प्रोसेस में निकल सकता है। इसके बाद जुलाई में चुनाव की तैयारियां होंगी और घोषणा होगी तो अगस्त में चुनाव संभव हैं।