Punjab media news : कोरोना वायरस के मामलों का आतंक झेल रहे चीन (Coronavirus Cases in China) की स्थिति भविष्य में और भयावह होती दिख रही है. चीन में कोविड महामारी से एक हफ्ते में 13 हजार मौतें हुई है. एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि अधिकांश आबादी पहले से ही संक्रमित हो चुकी थी. जीरो-कोविड पॉलिसी के अचानक समाप्त किए जाने के बाद चीन में 8 दिसंबर से 12 जनवरी के बीच लगभग 60,000 मौतें हुई थीं. चीन के आधिकारिक आकड़ों पर WHO और अन्य देशों ने व्यापक सवाल भी उठाये हैं. चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) द्वारा शनिवार को जारी एक बयान के अनुसार, अस्पताल में भर्ती 681 मरीजों की मृत्यु कोरोनोवायरस संक्रमण के कारण हुई. सांस न ले पाने के वजह से और अन्य लक्षणों से 11,977 लोगों की मौत हुई. इन आंकड़ों में घर में हुई किसी भी मौत को शामिल नहीं किया गया है.
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के एक अधिकारी गुओ यानहोंग ने गुरुवार को कहा कि चीन में बुखार चेकअप क्लीनिक और आपातकालीन कक्ष में गंभीर स्थिति में कोविड रोगियों की भर्ती है. हाल के दिनों में लाखों लोगों ने देश भर में यात्रा की है, जिससे नए प्रकोप की आशंका बढ़ गई है. चीन के परिवहन अधिकारियों ने भविष्यवाणी की है कि दुनिया के सबसे बड़े जन आंदोलनों में से एक, इस महीने फरवरी में दो अरब से अधिक यात्राएं की जाएंगी.
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को ग्रामीण चीन में वायरस के प्रसार पर चिंता व्यक्त की, जिनमें से अधिकांश में चिकित्सा संसाधनों की कमी है. चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जुनयू ने कहा कि लोगों की बड़ी संख्या में आवाजाही से कुछ क्षेत्रों में वायरस फैल सकता है. लेकिन अगले दो या तीन महीनों में बड़े पैमाने पर COVID-19 उछाल की संभावना नहीं होगी क्योंकि देश के 1.4 बिलियन लोगों में से लगभग 80% हाल की लहर के दौरान संक्रमित हो गए हैं, उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर लिखा, लेकिन अगर यात्राएं तेज रही तो लोग संक्रमित होते रहेंगे जो देश की अर्थव्यवथा को गहरा चोट पहुंचा सकती है.