Punjab media news : पंजाब खेल विभाग की ओर से सूबे में रेजिडेंशियल और डे-स्कॉलर विंग के ट्रायल मुकम्मल करवाए जा चुके हैं। अब अलग-अलग खेलों के खिलाड़ियों की लिस्टें फाइनल करने के साथ ही अगले हफ्ते उन्हें हेड ऑफिस भेजा जाएगा।
हालांकि पिछले दिनों डायरेक्टर खेल विभाग का पदभार अमित तलवार की जगह हरप्रीत सिंह सूदन को सौंपा गया है। जालंधर में स्टेट स्पोर्ट्स स्कूल में 120 सीटों के रेजिडेंशियल विंग के ट्रायलों के साथ दो दिवसीय डे-स्कॉलर विंग के ट्रायल भी संपन्न किए गए है।
जालंधर जिले को डे-स्कॉलर विंग में करीब 500 खिलाड़ियों की सीटें दी जाती है, जिन्हें खेल विभाग के कोचों की तरफ से खेल ट्रेनिंग के साथ एजुकेशन और डाइट मुहैया करवाई जाती है। स्पोर्ट्स स्कूल के रेजिडेंशियल विंग में इस बार रेस्लिंग और फुटबाल के ट्रायलों में एक भी खिलाड़ी ने हिस्सा नहीं लिया।
इसलिए यह दोनों सेंटर खाली रहेंगे। जबकि इस बार क्रिकेट के ट्रायल भी विभाग की तरफ से नहीं करवाए और अन्य गेम्स के ट्रायलों को लेकर भी असमंजस की स्थित रही। पंजाब खेल विभाग की तरफ से पिछले महीनों पंजाब भर में दर्जनों कोचों को नोटिस जारी करते हुए उनकी परफारमेंस में गिरावट का कारण पूछा गया था।
जालंधर सहित पंजाब भर में कई एेसे कोच है जिनके पास एक भी खिलाड़ी एेसा नहीं है जिन्होंने स्टेट और नेशनल स्तर पर बेहतर प्रदर्शन किया हो। इन दिलों सूबे के खेल विभाग की तरफ से भी बदलियां की जा रही है, पिछले दिनों क्लर्क स्तर की बदलियां की गई जिसमें जालंधर भी शामिल रहा है और अब कोचों की बदलियां होना भी तय माना जा रहा है। इनमें से जालंधर के कई ऐसे कोच रडार पर है जिनका कोचिंग स्किल बेहद खराब है और उनके पास खिलाड़ियों के मेडल नहीं है।
वहीं विभाग की ओर से पिछले महीनों अलग-अलग गेम्स के बेहतरीन कोचों को सम्मानित भी किया गया था, जिसमें जिला खेल अधिकारी और हैंडबाल के कोच लवजीत सिंह सहित हॉकी कोच युद्धविंदर सिंह, अवतार सिंह, एथलेटिक्स कोच विक्रमजीत सिंह, परमजीत सिंह पम्मी, रेस्लिंग कोच रणजीत सिंह शामिल है।
इसके अलावा जालंधर के कई ऐसे कोच है जिनके खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और कई कोच ऐसे है जिनकी परफार्मेंस बेहद खराब है। इन कोचों की बदली तय मानी जा रही है। फोटो : 1000वारिस कैप्शन : पिछले दिनों रायजादा हंसराज स्टेडियम में आयोजित ट्रायलों की फाइल फोटो।