Punjab media news : भारतीय कुश्ती फेडरेशन (WFI) के अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का तीन दिन से जारी धरना देर रात 1 बजे खत्म हो गया। ये फैसला खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों के बीच 7 घंटे चली मीटिंग के बाद लिया गया। अनुराग ठाकुर ने बताया एक जांच समिति का गठन किया जाएगा। यह 4 हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी। इसके सदस्यों की घोषणा शनिवार को होगी।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि जांच पूरी होने तक बृजभूषण सिंह फेडरेशन का काम नहीं देखेंगे। यह समिति ही WFI के कामकाज पर नजर रखेगी। बृजभूषण ने जांच में सहयोग करने का आश्वासन दिया है। उधर, पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, ‘केंद्रीय खेल मंत्री ने हमारी मांगों को सुना और उचित जांच का आश्वासन दिया। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। हमें उम्मीद है कि निष्पक्ष जांच होगी, इसलिए हम धरना खत्म कर रहे हैं।’
एक दिन में जांच के लिए 2 समिति बनी, पहलवान और खेल मंत्री की 2 बैठकें
यौन शोषण के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच जोर आजमाइश का दौर शुक्रवार को दिनभर चला। दोनों ही पक्ष ‘अखाड़ा’ छोड़ने को तैयार नहीं दिखे। दिन भर के घटनाक्रम को ऐसे समझिए…
ब्रजभूषण शरण सिंह ने सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का ऐलान किया। दोपहर 12 बजे कहा कि इस्तीफे का सवाल ही नहीं है। मैं मुंह खोलूंगा तो सुनामी आ जाएगी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस का 5 बार बदला टाइम। सूत्रों ने बताया कि ऊपर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसिल करने का प्रेशर था।
पहलवानों ने 20 जनवरी की दोपहर करीब 12 बजे इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) को लेटर लिखा। पहलवानों ने आरोप लगाया- जब टोक्यो ओलिंपिक में विनेश फोगाट मेडल से चूक गई थीं, तब कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने उन्हें मानसिक तौर पर इतना परेशान किया कि विनेश ने सुसाइड का मन बना लिया था।
इसके बाद शाम 8 बजे के आसपास IOA ने जांच कराने का फैसला लिया। IOA ने 7 सदस्यीय कमेटी बनाई। इसमें बॉक्सर मैरी कॉम, तीरंदाज डोला बनर्जी, बैडमिंटन प्लेयर अलकनंदा अशोक, फ्रीस्टाइल कुश्तीबाज योगेश्वर दत्त, भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव और दो वकील शामिल हैं।
रेसलर बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट शाम 6 बजे खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के घर पहुंचे। इनके बीच देर रात तक बैठक चली। इसके बाद धरना खत्म करने का ऐलान किया गया। इस दौरान खेल मंत्री ने जांच के लिए एक समिति का गठन करने की घोषणा की।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने उनकी शुक्रवार को होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी थी। बृजभूषण के बेटे प्रतीक ने मीडिया से कहा- बृजभूषण रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली सालाना बैठक के बाद मीडिया से बात करेंगे। बृजभूषण शरण ने खेल मंत्रालय को अपना जवाब भेज दिया है।
अब समझ लीजिए पूरा मामला क्या है
18 जनवरी को विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक समेत करीब 30 पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ धरने पर बैठ गए। बाद में इस प्रदर्शन में 200 से ज्यादा खिलाड़ी शामिल हो गए। उन्होंने WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। पहलवानों ने WFI अध्यक्ष से इस्तीफा देने की मांग की।
रेसलर विनेश फोगाट ने कहा कि हमारे आरोप सच्चे हैं। हमें मजबूर न किया जाए सबसे सामने आने के लिए। हम अपने सम्मान के लिए लड़ रहे हैं। हम पूरे देश को यह नहीं बताना चाहते कि देश की बेटियों के साथ क्या हुआ है। जिस दिन सारी लड़कियां मीडिया को बताएंगी कि हमारे साथ क्या हुआ, वो कुश्ती का दुर्भाग्य होगा।
अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम इन लड़कियों के साथ FIR कराएंगे। WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को जेल भिजवाएंगे। वहीं, बजरंग पुनिया ने कहा कि हमारे साथ विद प्रूफ 6-7 लड़कियां हैं, जिनका अध्यक्ष ने शोषण किया है।