Punjab media news : भारत में होनेवाले G20 शिखर सम्मेलन (G20 summit) में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के मौजूद रहने की संभावना बढ़ गई है. रूस ने व्लादिवोस्तक में होने वाले ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) के सम्मेलन की तारीख को बदल दिया है. ये सम्मेलन 9-10 सितंबर की जगह अब 12 से 15 सितंबर के बीच होगा. रूस ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम की वजह से ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम की तारीख बदली गई है. गौरतलब है कि भारत में 9-10 सितंबर को G20 शिखर सम्मेलन होने वाला है. इससे भारत में पुतिन के आने की संभावना बढ़ी है.
अगर व्लादिमीर पुतिन भारत में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हैं, तो यूक्रेन युद्ध के बाद पुतिन और पश्चिमी देशों के नेताओं का पहली बार आमना- सामना हो सकता है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 2021 में इटली और 2022 में इंडोनेशिया के G20 शिखर सम्मलेनों में हिस्सा नहीं लिया था. इसके साथ ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन के भारत की अध्यक्षता में जून/जुलाई में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation-SCO) शिखर सम्मलेन में भी हिस्सा लेने के आसार हैं. बहरहाल जब क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है.
पिछले साल इंडोनेशिया के बाली में G20 शिखर सम्मेलन में रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने किया था. 2020 और 2021 में पुतिन वीडियो लिंक के जरिए G20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे. इस महीने की शुरुआत में रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने नई दिल्ली में G20 के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लिया था. यूक्रेन की जंग को लेकर पश्चिमी शक्तियों के साथ रूस के बढ़ते टकराव और इस मुद्दे पर भारत की कूटनीतिक पहल के बीच यह बैठक हुई. बैठक से इतर एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान लावरोव ने वैश्विक एजेंडे के प्रमुख मामलों पर भारत के ‘अत्यधिक जिम्मेदार’ और ‘एक महान शक्ति के योग्य’ रुख की सराहना की थी.