Punjab media news : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने तोशखाना मामले में खुद को गिरफ्तारी से राहत दिए जाने की मांग को लेकर इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है. हाई कोर्ट ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री की याचिका आज की अत्यावश्यक वाद सूची में डाल दी है और जल्द ही इस पर सुनवाई होगी. इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने बुधवार सुबह एक ट्वीट में शहबाज शरीफ सरकार की मंशा पर सवाल उठाया और अपनी जान को खतरा बताया. उन्होंने कारतूस के खोखे वाली तस्वीर और वीडियो के साथ अपने ट्वीट में लिखा, ‘स्पष्ट रूप से गिरफ्तारी का दावा महज नाटक था, क्योंकि असली मंशा अपहरण और हत्या करना है. आंसू गैस और पानी की बौछारों से, उन्होंने अब लाइव फायरिंग का सहारा लिया है. मैंने कल शाम एक मुचलके पर हस्ताक्षर किए, लेकिन डीआईजी ने इसे लेने से भी इनकार कर दिया. उनकी दुर्भावनापूर्ण मंशा पर अब कोई संदेह नहीं है.’
इससे पहले मंगलवार को इमरान खान के लाहौर स्थित जमान पार्क आवास के बाहर एकत्रित उनके समर्थक उनकी गिरफ्तारी को रोकने के लिए पुलिस से भिड़ गए. आठ घंटे तक कोशिश करने के बावजूद पुलिस इमरान को गिरफ्तार नहीं कर पाई. उनके समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार छोड़ी. तोशाखाना मामले में खान के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी होने के एक दिन बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची थी. इमरान खान (70) पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए ज्यादा कीमत में बेचने के आरोप हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान के आवास की ओर बढ़ने के दौरान पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं.
इमरान खान के समर्थकों, जिन्होंने अपने चेहरे को कपड़े से ढंक रखा था, ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया. स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, पथराव के चलते पुलिस दल का नेतृत्व कर रहे इस्लामाबाद के उप महानिरीक्षक (अभियान) शहजाद बुखारी घायल हो गए. झड़पों में खान के समर्थक और पुलिसकर्मी दोनों घायल हुए हैं. इमरान खान ने एक वीडियो संदेश में अपने समर्थकों से ‘वास्तविक आजादी’ के लिए घरों से निकलने का आग्रह किया. इमरान खान ने आवाम के नाम अपने संदेश में कहा, ‘उन्हें (सरकार) लगता है कि मेरी गिरफ्तारी के बाद देश सो जाएगा. आपको उन्हें गलत साबित करना होगा. अगर मुझे कुछ हो जाता है और मुझे जेल भेज दिया जाता है या मुझे मार दिया जाता है, तो आपको यह साबित करना होगा कि आप इमरान खान के बिना भी संघर्ष करेंगे. इन चोरों और देश के लिए निर्णय लेने वाले एक व्यक्ति की गुलामी स्वीकार नहीं करेंगे.’
इससे पहले दिन में, पीटीआई के वरिष्ठ नेता फारुख हबीब ने संवाददाताओं से कहा, ‘चाहे कुछ भी हो जाए, इमरान खान फर्जी मामलों में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे. महिला न्यायाधीश को धमकाने से संबंधित मामले में गिरफ्तारी वारंट को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने आज निलंबित कर दिया। देखते हैं कि पुलिस अब क्या नया वारंट लेकर आई है.’ वहीं इमरान खान ने दावा किया कि अराजकता से बचने के लिए उन्होंने जमानती बांड जारी किया. मेरी गिरफ्तारी का कोई औचित्य नहीं है, लेकिन वे लंदन योजना को लागू कर फिर से अवैध गतिविधियों को अंजाम देने को तैयार हैं. उन्होंने कहा, ‘इनको पता है मैं इस्लामाबाद कोर्ट क्यों नहीं जा रहा. वहां मेरे ऊपर 2 बार हमला हुआ है और जज तक की मौत हुई है. मैं वहां सिर्फ सुरक्षा की वजह से नहीं गया. आज लाहौर कोर्ट के बार अध्यक्ष को मैंने अंडरटेकिंग दिया की मैं 18 मार्च को कोर्ट में पेश हो जाऊंगा. लाहौर कोर्ट के बार अध्यक्ष इश्तियाक ए खान ने मेरी अंडरटेकिंग DIG को दी, लेकिन DIG ने जानबूझ कर नहीं लिया.’