Punjab media news : संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने कहा कि यदि वह अफगानिस्तान (Afghanistan) के तालिबान (Taliban) प्रशासन को स्थानीय महिलाओं को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के लिए काम करने देने पर राजी नहीं कर सका तो वह ‘भारी मन’ से मई में देश छोड़ने का निर्णय करने को तैयार है. यह बात संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) प्रमुख ने कही. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के प्रशासक ए. स्टेनर ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी इस उम्मीद में इस्लामी सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं कि वह स्थानीय महिलाओं को संगठन के लिए काम करने देने के लिए इस महीने जारी एक अध्यादेश में अपवाद को शामिल करेगी.
तेज जनसंख्या वृद्धि के कारण पिछड़ रहा है अफगानिस्तानएक रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद आर्थिक सुधार के कुछ बहुत मामूली संकेत मिले थे. इसमें कहा गया है, ‘निर्यात में कुछ बढ़ोत्तरी हुयी है. विनिमय दरों में कुछ स्थिरता है और मुद्रास्फीति कम है. लेकिन सकल घरेलू उत्पाद, अफगानिस्तान की सीमा के अंदर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का योग, जनसंख्या वृद्धि से पिछड़ने की आशंका है. इसका मतलब यह हुआ कि प्रति व्यक्ति आय 2022 के 359 डॉलर से कम होकर 2024 में 345 डॉलर हो जायेगी.’ उल्लेखनीय है कि तालिबान ने महिलाओं को कुछ विशेष परिस्थितियों में स्वास्थ्य, शिक्षा और कुछ छोटे व्यवसाय में काम करने की अनुमति दी है.