नई दिल्ली: निपाह वायरस क्या है, कैसे बचें, क्या सावधानियां बरतनी चाहिए ये वो सवाल हैं जो आज हर कोई जानना चाह रहा है क्योंकि इस वायरस ने सभी की चिंताएं बढ़ा दी हैं. दरअसल, निपाह वायरस से मृत्यु दर तकरीबन 75 फीसदी तक है, जिसकी वजह से लोग डरने लग गए हैं.
निपाह वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है:
भारत में निपाह के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का कहना है कि निपाह वायरस से संक्रमित लोगों में मृत्यु दर कोरोना महामारी के मुकाबले बहुत अधिक है. जहां कोरोना से मरने वालों की दर दो से तीन प्रतिशत रही है, वहीं निपाह से ये 40 से 70 फीसदी है. ICMR के इस बयान के बाद लोगों में इस वायरस को लेकर डर बढ़ने लगा है.
नए मामले का सामना:
वहीं, केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस का एक और मामला सामने आया है. 39 वर्षीय एक युवक वायरस से संक्रमित पाया गया है, जिसका इलाज किया जा रहा है. कोझिकोड में अब तक निपाह वायरस के 6 मामले सामने आ चुके हैं.
निपाह वायरस के लक्षण और बचाव:
निपाह वायरस के लक्षण में गले में खराश, जुकाम, खांसी, बुखार, और बेहोशी शामिल होते हैं। यदि किसी को इन लक्षणों में से कुछ दिखाई देते हैं, तो वह तुरंत अस्पताल भागना चाहिए। इस वायरस के इलाज का कोई निश्चित तरीका नहीं है, और बचाव केवल सावधानियों का पालन करके ही संभव है।
निपाह वायरस को पाम जूस और खजूर से फैल सकता है, इसलिए खाने-पीने की चीजों पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति इसके लक्षण दिखाता है, तो उससे दूर रहना और प्रोटेक्टिव उपायों का पालन करना चाहिए।
निपाह वायरस कोविड-19 की तरह नहीं है, लेकिन यह गंभीर बीमारी हो सकती है, और इसके इलाज का कोई विशेष तरीका नहीं है। इसलिए सभी को सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है।