पंजाब मीडिया न्यूज़, नई दिल्ली: Dengue DEN 2, एक नई डेंगू स्ट्रेन DEN 2 के प्रकोप के साथ आ गया है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों और मेडिकल विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गई है। यह स्ट्रेन DEN 1 से अधिक खतरनाक माना जा रहा है और इसके लक्षण भी अलग हैं।
DEN 2 स्ट्रेन: खतरनाकता का सबब
DEN 2 स्ट्रेन के प्रकोप का पता लगाने के लिए कुछ सैंपल्स की जांच की गई है, और इसमें प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट की गई है। यह स्ट्रेन मल्टी आर्गन फेल्योर के भी कारण बन सकता है, जिससे रोगी के शरीर के अंगों में नुकसान हो सकता है।
डेंगू की बढ़ती संख्या
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से डेंगू के केसों में वृद्धि हुई है, और अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। यूपी में मलेरिया के मामले भी बढ़े हैं, जो स्वास्थ्य प्राधिकरणों के लिए एक और चुनौती है।
डेंगू के लक्षण
DEN 2 स्ट्रेन के लक्षणों में फर्क है, जैसे कि इसमें तेज बुखार, उल्टी, गले में सूजन, छाती में लाल चकत्ते और सिर दर्द शामिल हैं। यदि आपको ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि DEN 2 में काम्पीकेशंस की आशंका अधिक होती है।
डेंगू से बचाव
डेंगू से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे कि:
- खुले बदन पर बचने के लिए कपड़े पहनें।
- मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी लगाएं और मच्छर भगाने के लिए रेपलेंट का प्रयोग करें।
- खिड़की और दरवाजों पर जाली लगवाएं।
- पानी जमा न होने दें, और अगर पानी इकट्ठा हो रहा है, तो केरोसिन डालकर मच्छरों के लार्वा को मरने से रोकें।
- गीले कपड़ों को बाथरूम में न सुखाएं, इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ सकता है।
डेंगू के मरीज की देखभाल
डेंगू के मरीजों को अधिक से अधिक आराम करना चाहिए, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए, और डॉक्टर की सलाह पर ही कोई दवा देनी चाहिए। इसके अलावा, आयुर्वेदिक उपायों को आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
डेंगू का सही से इलाज और सवधानी से बचाव करने से इस खतरनाक स्ट्रेन के प्रकोप से लड़ा जा सकता है।