जालंधर (ब्यूरो)-वनस्पतियां आक्सीजन देकर हमें जीवन प्रदान करती हैं । यह तो हम सभी जानते हैं क्योंकि आप सब जानते ही है कि क्या हालात चल रहे है covid 19 की वजह से हम सब को आक्सीजन की कमी की वजह से कितनी मौतें हो रही हैं ।
आक्सीजन के बिना मानव जीवित नहीं रह सकता और पेड़ – पौधे हमारे लिए जीवनदायिनी आक्सीजन छोड़ते है ।कुछ पौधे एेसे भी होते हैं जो रात में भी आक्सीजन छोड़ते हैं। जैसे पीपल, नीम, तुलसी, एलोवेरा, एकसमस, आदि एेसे पेड़ पौधे हैं जो रात में भी आक्सीजन छोड़ते हैं ।वे हमारे द्वारा छोड़ी हुई विषैली गैस कार्बन डाई आक्साइड को ग्रहण करते हैं। इसी तरह कई समुद्री पौधे भी है जो सबसे अधिक आक्सीजन छोड़ते है ।70-80 प्रतिशत आक्सीजन इन समुद्री पौधों से ही मिलती है । जिस को हम खुद ही मनुष्य खत्म कर रहे है ।जैसे पलासटिक की बोतलों ,पॉलिथिन इत्यादि को समुद्र में फैंक कर और पेड़ पौधे को काट कर ।पीपल का पेड़ जहां रात को भी आक्सीजन देता है ।वहीं 22 घंटे से अधिक समय तक आक्सीजन देता है ।बासं का पौधा भी अन्य पेड़ों की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक आक्सीजन देता है । नीम, तुलसी एवं बरगद का पौधा भी 20 घटें से अधिक समय तक आक्सीजन देता है। तो क्यों न हम भारत वासी रोज़ एक -एक करके पेड़ों को लगाए । जिस से हम हमारी आक्सीजन की कमी को दूर कर सके । हमारे भारत की आबादी (एक अरब 38 करोड़ है) इतनी आबादी होते हुए भी हम अपनी आने वाली पीड़ी का भविष्य अंधकार में डाल रहे है। क्यों नहीं हम धरती मां के दर्द को समझते।इस कुदरत के कहर को शांत करने के लिए हम सभी देश वासियों को एक शपथ लेनी चाहिए कि हम सब मिल कर रोज़ एक पेड़ लगाए।
( लेखिका मानवी, राष्ट्रीय परशुराम सेना पंजाब जालंधर जिला महिला मोर्चा महासचिव)