नकोदर में गैंगस्टरों से हमले में पंजाब पुलिस के जवान संदीप सिंह की मौत के बाद गुरुवार को डीजीपी गौरव यादव ने आला पुलिस अधिकारियों की आपात बैठक बुलाकर राज्य में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। यह जानकारी डीजीपी ने ट्वीट करके दी। बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में पंजाब पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी। हालांकि पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीजीपी ने सभी अधिकारियों को गैंगस्टरों से सख्ती से निपटने की हिदायत दी है।
डीजीपी ने लिखा कि आज मैंने एसटीएफ प्रमुख, एडीजीपी इंटेलिजेंस, सभी पुलिस कमिश्नरों, आईजी व डीआईजी और सभी जिलों के एसएसपी के साथ वर्चुअल तरीके से बैठक बुलाकर कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने आगे लिखा कि बैठक के दौरान उन्होंने संगठित अपराध, नशा तस्करी और आतंकवाद के खिलाफ जारी कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशानिर्देशों के अनुसार पंजाब पुलिस राज्य को सुरक्षित बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इससे पहले डीजीपी ने एक अन्य ट्वीट कर शहीद सिपाही मंदीप सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि शहीद सिपाही मनदीप सिंह को शत-शत नमन जिन्होंने कर्तव्य की पंक्ति में अपना जीवन न्योछावर कर दिया। पंजाब पुलिस शहीद के परिवार की देखभाल करेगी। मुख्यमंत्री ने दो करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि और बीमा भुगतान की घोषणा की है।
एक माह में गैंगस्टरों की तीसरी वारदात
पंजाब में गैंगस्टर और अपराधी किस हद तक बेखौफ हो चुके हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कपड़ा कारोबारी टिम्मी चावला और उनके गनमैन पंजाब पुलिस के सिपाही मंदीप सिंह की हत्या बीते एक माह के दौरान राज्य में तीसरी बड़ी वारदात है। इससे पहले दिनदहाड़े अमृतसर में शिवसेना नेता सुधीर सूरी और फरीदकोट में डेरा अनुयायी प्रदीप सिंह की हत्या कर दी गई थी।