Punjab media news : देश में फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का देहरादून साइबर पुलिस ने पर्दाफाश किया है. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को दिल्ली से अरेस्ट किया है. अभी तक इस गिरोह ने करीब 300 करोड़ रुपये का घपला किया है. यह गिरोह चाइना से ऑपरेट करता था.
दरअसल, देश के एनसीआरपी पोर्टल पर बीते दिनों एक शिकायत साइबर पुलिस को मिली, जिसमें पीड़ित ने फर्जी लोन के नाम पर 17 लाख रूपये की ठगी की बात कही. जिसके बाद एक्टिव हुई साइबर पुलिस को प्रदेश में ढाई सौ से अधिक पीड़ित मिले, जो फर्जी लोन के चक्कर में ठगी का शिकार हुए थे. जिसका खुलासा करते हुए STF और साइबर पुलिस ने दिल्ली से अंकुर ढींगरा को अरेस्ट किया, जो फर्जी लोन के माध्यम से एक गिरोह को ऑपरेट करता था. आरोपी देश में 15 से ज्यादा लोन एप संचालित करता था, जिससे लोगों को ठगी का शिकार बनाता था और पूरा पैसा चाइना में बैठे कुछ लोगों के पास भेजता था.
इन एप से करते थे ठगी का काम
आरोपी ऑनलाइन लोन देने वाली संदिग्ध शेल कंपनी (Hector Lendkaro Private Limited ) का संचालन करने वाले भारतीय मास्टरमाइंड में से एक है. पकड़ी गयी कम्पनी Hector Lendkaro Private Limited की 15 एप RupeeGo, Rupee Here, LoanU, QuickRupee, Punch Money, Grand Loan, DreamLoan, CashMO, Rupee MO, CreditLoan, Lendkar, RockOn, HopeLoan, Lend Now, Cashfull एप शामिल है. प्रारंभिक जांच में प्रदेश के 247 लोग इस पूरे मामले में पीड़ित दिखे जिन्होंने शिकायत की है.
राष्ट्रिय एजेंसी को भी दी गई जानकारी
वहीं मामले में जानकारी देते हुए एसएसपी STF आयुष अग्रवाल का कहना है कि गैंग कम व्याज दरों पर लोन के नाम से बल्क मेसेज भेजा करता था, और झांसे में फंसा कर लोगों से 15 एप को इंस्टोल कर उनकी पूरी जानकारी लेकर ठगी को अंजाम देता था. साथ ही लोन वापसी के नाम पर भी उनकी आईडी से भी छेड़छाड़ करता था. वहीं मामले में एसएसपी STF का कहना है कि पूरा पैसा चाइना क्रिप्टो करेंसी के जरिये भेजा करता था. जिसके बारे में अब विदेश मंत्रालय से भी बातचीत की जा रही है. वहीं डीजीपी अशोक कुमार द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक पूरे मामले के तार चाइना से जुड़े हैं, जिसके लिए नेशनल एजेंसियों को भी पूरे मामले में जानकारी दी गयी है और जल्द बड़ा खुलासा देखने को मिलेगा.