Punjab media news : जालंधर शहर की मकसूदां सब्जी मंडी के दोनों मुख्य गेटों पर आज सुबह ही ट्रांसपोर्टरों ने धरना लगा दिया। धरना मंडी में लिए जा रहे टैक्स को लेकर लगाया गया। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि मंडी में एंट्री के लिए जो सरकार ने रेट तय किए हैं उनसे 3 से लेकर 4 गुणा रेट वसूले जा रहे हैं। पूछने पर ठेकेदार के लोग वाहन चालकों के साथ मारपीट करते हैं।
मंडी में सब्जी की गाड़ियां लेकर आने वालों ने आज मकसूदां न्यू सब्जी मंडी के दोनों गेट बंद कर धरना लगा दिया। यहां वह सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि जब मंडी में पार्किंग की व्यवस्था ही नहीं है तो फिर पार्किंग की पर्ची कैसे काटी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की मंडी बोर्ड ठेकेदार के माध्यम से गुंडा टैक्स वसूल रहा है।
12 घंटे की पर्ची पर वसूले जा रहे प्रति चक्कर पैसे
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि मंडी में आने वाले वाहनों की जो पर्ची काटी जाती है वह 12 घंटों के लिए होती है। 12 घंटे में वाहन जितने चाहे उतने फेरे लगा सकता है, लेकिन ठेकेदार गुंडागर्दी करते हुए प्रति चक्कर वाहनों से वसूली कर रहा है। साइकिल की 10 की जगह 30 रुपए पर्ची वसूल की जी रही है।
छोटे वाहनों की 40-50 की जगह 100 रुपए बड़े वाहनों की 100-125 की जगह 300 रुपए की पर्ची काटी जा रही है। ट्रांसपोर्टरों ने आरोप लगाया कि गेट पर वाहनों की एंट्री फीस को लेकर कोई बोर्ड या रेट लिस्ट नहीं लगी हुई है। मनमर्जी से वसूली की जा रही है। उनका कहना है कि गाड़ी को मंडी में माल मिले या न मिले, लेकिन पहले पैसे देकर एंट्री करनी पड़ती है।