Punjab media news : जीएमसीएच-32 के ब्लॉक सी के तीसरे तल पर 13 फरवरी को आईसीयू में मरीज की मौत के बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल के सुरक्षाकर्मी पर चाकू से हमला किया था। घटना के कई दिन बीत जाने के बाद से अब तक पुलिस के हाथ खाली है। अब पीड़ित ने पीएमओ, चंडीगढ़ प्रशासक, गृह सचिव, डीजीपी समेत अन्य को पत्र लिख इंसाफ की मांग की है। कहा है कि पुलिस ने मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़ित अरविंद सिंह ने अपने पत्र में पहले पूरे मामले की विस्तार से जानकारी दी है और घटना को सिलसिलेवार तरीके से बताया है। लिखा है कि पुलिस ने शुरू में ही समझौता कराने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने कार्रवाई की मांग की। लिखित में शिकायत दी और अस्पताल में तोड़फोड़, नशे में होने और चाकू मारा लेकिन एफआईआर में सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़ और चाकू से हमला किए जाने का जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले में जानबूझ कर ढील बरत रही है। ड्यूटी के दौरान उनके साथ हुई मारपीट की घटना के बाद से अस्पताल के अन्य सुरक्षाकर्मी भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि पुलिस की तरफ से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें जल्द इंसाफ नहीं मिलता है तो वह प्रदर्शन करने और सड़क पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे। अरविंद सिंह ने पीएमओ समेत अन्य को लिखे पत्र के साथ एफआईआर की कॉपी भी भेजी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या है मामला
जीएमसीएच 32 में 13 फरवरी को रात सवा 11 बजे आईसीयू में मरीज की मौत हो गई थी। इसके बाद उसके परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की। आईसीयू में काम कर रहे कर्मचारियों से बदतमीजी की गई। बचाव करने आए सुरक्षाकर्मी अरविंद सिंह पर परिजनों ने चाकू से हमला कर दिया। बचाव करते हुए चाकू उनके हाथ पर लगा, जिससे वह घायल हो गए। सुरक्षाकर्मी किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। इस दौरान आरोपी भी मौके से भाग गए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।