Punjab media news : पंजाब के कोटकपूरा गोलीकांड मामले में पूर्व डिप्टी CM एवं शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से SIT जल्द ही पूछताछ कर सकती है। इससे पहले फरीदकोट की अदालत से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद सुखबीर बादल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट से सुखबीर बादल को 30 मई तक अंतरिम जमानत मिल चुकी है।
वहीं मामले में आरोपी एवं पंजाब के पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल को फरीदकोट की अदालत से अग्रिम जमानत मिली थी। गौरतलब है कि 9 मार्च को प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल ने फरीदकोट की अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। अदालत ने प्रकाश सिंह बादल को वृद्धावस्था के आधार पर जमानत दे दी थी।
7 हजार पेज की चार्जशीट
गौरतलब है कि मामले की जांच कर रही SIT ने 24 फरवरी 2022 को फरीदकोट अदालत में 7 हजार पेज की चार्जशीट दायर की थी। ADGP एलके यादव और SSP बठिंडा गुलनीत सिंह खुराना की अगुआई वाली टीम द्वारा यह चार्जशीट दायर की गई थी।
इन पर हैं आरोप
इसमें प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, पूर्व DGP सुमेध सिंह सैनी, तत्कालीन IG परमराज उमरानंगल, SSP मोगा चरणजीत शर्मा, SSP फरीदकोट सुखमंदर मान, DIG फिरोजपुर अमर सिंह चाहल और तत्कालीन SHO सिटी कोटकपूरा गुरदीप सिंह के नाम शामिल है।
तत्कालीन DGP सैनी और सुखबीर बादल साजिशकर्ता
चार्जशीट के अनुसार, कोटकपूरा गोलीकांड की घटना में तत्कालीन DGP सुमेध सिंह सैनी व पूर्व डिप्टी CM पंजाब सुखबीर सिंह बादल मुख्य साजिशकर्ता बताए गए हैं, जबकि पूर्व CM पंजाब प्रकाश सिंह बादल पर साजिश को अंजाम देने में मदद का आरोप है। तत्कालीन IG उमरानंगल, DIG फिरोजपुर अमर सिंह चाहल व SSP मोगा चरनजीत सिंह शर्मा पर साजिश को अंजाम देने का आरोप है।
फरीदकोट के तत्कालीन SSP सुखमंदर सिंह मान और कोटकपूरा के SHO गुरदीप सिंह पर साजिश को अंजाम देने, तथ्यों छिपाने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने के आरोप हैं। SIT ने फिलहाल साल 2018 की दर्ज एफआईआर में चार्जशीट दाखिल की है। गौरतलब है कि पूर्व CM और डिप्टी CM बादल को कोटकपूरा गोलीकांड की घटना में पहली बार बतौर आरोपी नामजद किया गया है।
यह है मामला
12 अक्तूबर, 2015 को फरीदकोट के बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटना के बाद सिख संगठनों ने कोटकपूरा व बहबलकलां में प्रदर्शन शुरू किए थे। 14 अक्तूबर को कोटकपूरा व बहबलकलां में जारी प्रदर्शनों को पुलिस ने बल प्रयोग से खत्म करवाया। बहबलकलां में पुलिस की फायरिंग में दो सिख युवकों की मौत हो गई थी। वहीं, कोटकपूरा गोलीकांड में करीब 100 प्रदर्शनकारी घायल हुए थे। पुलिस ने 7 अगस्त, 2018 को अज्ञात लोगों पर हत्या के प्रयास के तहत केस दर्ज किया था।