Punjab media news : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी बताए जा रहे पूर्व बाहुबली विधायक अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस याचिका में अतीक अहमद ने फर्जी एनकाउंटर की आशंका जताते हुए अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया है.
अतीक अहमद ने कहा है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है. अपनी याचिका में अतीक ने कहा है कि अगर उसे अहमदाबाद से यूपी लाया भी जाए तो सेंट्रल फोर्स की सुरक्षा में लाया जाए.
अतीक अहमद ने मांगी परिवार की सुरक्षा
अतीक अहमद को आशंका है कि उमेश पाल मर्डर केस में अगर यूपी पुलिस उन्हें रिमांड पर यूपी लेकर आती है तो उनकी सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है. इस याचिका में मांग की गई है कि अतीक अहमद और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.
इस याचिका में मांग की गई है कि अभी अहमदाबाद की सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद को तहकीकात के लिए यूपी ले जाने की इजाज़त न दी जाए और पूछताछ करनी है तो अहमदाबाद जेल में ही की जाए. फिर भी अगर यूपी पुलिस को ट्रांजिट रिमांड दी जाती है तो पैरामिलिट्री फोर्सज की सुरक्षा रहे.
उमेश पाल की दिलदहाड़े हुई थी हत्या
बहुजन समाज पार्टी (BSP) विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके पुलिस सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की पिछले शुक्रवार को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल 2005 में प्रयागराज में हुई हत्या के मामले में मुख्य गवाह था, जिसमें अहमद और अन्य मुख्य आरोपी हैं. इस हत्याकांड में अतीक गैंग का ही नाम आ रहा है.
अतीक की पत्नी ने जताया था उसकी जान को खतरा
वहीं अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है. सीएम योगी को संबोधित पत्र में शाइस्ता परवीन ने कहा है, ‘शुक्रवार की घटना अत्यंत दुखद और निदंनीय है. इस घटना को लेकर उमेश पाल की पत्नी की ओर से मेरे पति अतीक अहमद, मेरे देवर खालिद अजीम उर्फ अशरफ, मुझे और मेरे बेटों समेत नौ लोगों को नामजद करते हुए नौ अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.’