राष्ट्रपति पद का चुनाव 18 जुलाई को होगा। वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अंतिम तिथि 29 जून है। आदिवासी के नाम पर राजनीति करने वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए मुर्मू का विरोध करना मुश्किल है। झामुमो दबाव में आई तो मुर्मू को करीब 20000 वोट और मिल जाएंगे।
भाजपा ने ओडिशा की आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू (64) को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (84) से होगा। पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मंगलवार को पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक में मुर्मू के नाम पर मुहर लगाई गई। मुर्मू झारखंड की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल रह चुकी हैं।
द्रौपदी मुर्मू
ओडिशा में जन्म। पूर्व राज्यपाल। राजनीतिक जीवन की शुरुआत पार्षद से। वर्ष 2000 में पहली बार विधायक। भाजपा-बीजद सरकार में दो बार मंंत्री।
यशवंत सिन्हा
पटना में जन्म। पूर्व आईएएस अधिकारी। वाजपेयी समेत कई सरकारों में मंत्री। भाजपा में भी रहे। 2018 में छोड़ी पार्टी। तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे, अब इस्तीफा दिया।
विश्वास…शानदार राष्ट्रपति साबित होंगी द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाजसेवा, गरीबों और वंचितों को सशक्त करने में समर्पित कर दिया। वह शानदार राष्ट्रपति साबित होंगी। करोड़ों लोग, खासकर गरीबी-संघर्ष में जीवन बिताने वाले, उनके जीवन से प्रेरणा पाते हैं। नीतियों की उनकी समझ व दयालु स्वभाव से देश को बड़ा लाभ होगा। – नरेंद्र मोदी, पीएम
पहली बार…
- मुर्मू चुनाव जीतीं, तो सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी
- आजादी के बाद पैदा हुईं पहली राष्ट्रपति
- ओडिशा से पहली बार देश को मिलेगा राष्ट्रपति
- अब तक की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति बनेंगी