भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ‘ड्रोनी’ नाम का एक कैमरा-ड्रोन लॉन्च किया है। तमिलनाडु बेस्ड ड्रोन स्टार्टअप कंपनी गरुड़ एयरोस्पेस ने यह ड्रोन बनाया है। इस मेड इन इंडिया प्रोडक्ट में कई एडवांस फीचर्स हैं।
ड्रोनी 2022 के आखिरी में दिसंबर तक इंडियन मार्केट में उतरेगा। इसका इस्तेमाल डिफरेंट सर्विलांस परपज के लिए किया जाएगा। गरुड़ एयरोस्पेस के फाउंडर और CEO अग्निश्वर जयप्रकाश ने सोमवार को ग्लोबल ड्रोन एक्सपो में इस बात की जानकारी दी है।
जून में इस स्टार्ट-अप के ब्रांड एंबेसडर और शेयरहोल्डर बने थे धोनी
धोनी इसी साल जून में इस स्टार्ट-अप के ब्रांड एंबेसडर बने थे। धोनी ने इस कंपनी में निवेश भी किया है और वो इसके शेयरहोल्डर भी हैं। जयप्रकाश ने गरुड़ एयरोस्पेस को 2016 में बनाया था और यह कृषि में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन बनाती है। पिछले साल इस कंपनी ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर ड्रोन-बेस्ड सेनेटाइजेशन प्रोजेक्ट्स को अंजाम देने के लिए भारत सरकार के साथ साझेदारी करने के लिए सुर्खियां बटोरीं थीं।
इस स्टार्ट-अप ने पहले भी वाराणसी, रायपुर, भोपाल के स्मार्ट सिटी नगर निगमों और चंडीगढ़ में नगर निगम के साथ काम किया है। पिछले 6 सालों से B2B स्पेस में काम करने के बाद अब यह कंपनी ड्रोनी के साथ B2C स्पेस में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है।
‘किसान ड्रोन’ प्रति दिन 30 एकड़ भूमि पर कीटनाशक छिड़काव करने में सक्षम
ड्रोनी की लॉन्चिंग करते हुए धोनी ने कहा कि कोविड महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान उनकी कृषि में रुचि बढ़ गई है। उन्होंने किसानों के लिए ड्रोन तैनात करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। गरुड़ एयरोस्पेस ने आज एक और स्वदेशी प्रोडक्ट लॉन्च किया, जिसे ‘किसान ड्रोन’ कहा जाता है। यह बैटरी से चलने वाला ड्रोन है, जो प्रति दिन 30 एकड़ भूमि पर कृषि कीटनाशक छिड़काव करने में सक्षम है।
विभिन्न निगरानी उद्देश्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है ‘ड्रोनी’
जयप्रकाश ने बताया, ‘गरुड़ एयरोस्पेस कई उद्देश्यों के लिए उच्च प्रभाव वाले समाधान बनाने पर फोकस है। हमारा ‘ड्रोनी’ ड्रोन स्वदेशी है और इसे विभिन्न निगरानी उद्देश्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।’ जयप्रकाश ने आगे कहा, ‘मेक इन इंडिया ड्रोन प्रदान करके हम न केवल ड्रोन की मांग के लिए आत्मानिर्भर बनने की उम्मीद करते हैं। बल्कि भारत को बेहतर क्वालिटी, सेफ-सिक्योर ड्रोन और ड्रोन-बेस्ड सॉल्यूशन के हब के रूप में दुनियाभर में पहचान दिलानी है।
रांची में फार्महाउस पर धोनी खुद भी करते हैं खेती
गरुड़ एयरोस्पेस ने एग्रीकल्चर को सपोर्ट करने के अपने प्लान की घोषणा की थी। कंपनी ने अप्रैल में कहा था कि वह ग्रामीण स्तर के एंटरप्रेन्योर या कीटनाशक और उर्वरक रिटेलर्स को ड्रोन बेचने के लिए एक मॉडल पर काम कर रही है। एमएस धोनी खुद भी खेती करते हैं। रांची में उनका एक फार्महाउस है, जहां जैविक फल और सब्जियां उगाई जाती हैं। ब्रांड एंबेसडर बनने पर क्रिकेटर ने कहा था कि वह गरुड़ एयरोस्पेस का हिस्सा बनकर खुश हैं।
धोनी का साथ सपने के सच होने जैसा: CEO
गरुड़ एयरोस्पेस के CEO ने कहा था कि वह धोनी के बहुत बड़े फैन हैं। जयप्रकाश ने कहा था, ‘गरुड़ एयरोस्पेस फैमिली में धोनी का होना एक सपने के सच होने जैसा है। कैप्टन कूल का साथ हमारी टीम को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करेगा।’
पहला ड्रोन यूनिकॉर्न बनने के रास्ते पर गरुड़
गरुड़ एयरोस्पेस के 26 शहरों में 300 ड्रोन और 500 पायलट हैं। यह भारत का पहला ड्रोन यूनिकॉर्न स्टार्टअप बनने के रास्ते पर है। गरुड़ एयरोस्पेस उन चार ड्रोन स्टार्टअप्स में शामिल है, जिन्हें ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस स्विगी ने अपनी ग्रॉसरी सर्विस इंस्टामार्ट के पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन के जरिए ग्रॉसरी की डिलीवरी होगी